सीता तैयार पोंड के नाम से श्रीलंका में है तालाब पानी कभी नहीं सूखता है
भारतीयों के जीवन में अध्यात्म का बड़ा महत्त्व है, सुबह की शुरुवात ही राम नाम से होती है और दिन ढलता है तो जय श्री कृष्ण से! विदेशी आक्रमणकारियों की वजह से हालाँकि संस्कृति को काफी झटका लगा है, बावजूद इसके आज भी हर भारतीय पुरुष में राम और नारी में सीता है!
शास्त्रों के अनुसार रामायण आज से लगभग नौ लाख वर्षो पहले घटित हुई थी और महाभारत लगभग 5200 साल पहले, अब भैया हम किसी पे अपनी सोच थोप नहीं सकते कोई माने या न माने हम तो उसे सच मान रहे है और क्यों न माने पग पग पर रामायण के दमदार सुबूत मौजूद है!
गर्मियों में आसपास के सब तालाब सुख जाते है लेकिन सीता के आंसुओ से बना तालाब कभी नहीं सूखता है, ऊपर दी गई तस्वीर उसी तालाब की है!
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