महाभारत का असली नाम "भारत संहिता" है, जो की वेदव्यास रचित 6 खंडो का ग्रन्थ है, चार वेदो को एक पलड़े में और महाभारत को दूसरे में रखने पर भरत संहिता ही भारी पड़ी! पहले ही अध्याय में ऐसी बात लिखी है जो हम नहीं जानते है और बेहद निंदनीय थी!
जी हाँ द्रौपदी का चीर-हरण, जो की एक ऐसा कुकृत्य था जो आने वाली नस्लों के लिए एक सबक है! धर्म के अवतार युधिष्ठिर की देववश मति मारी गई थी जो उसने वेद वाक्यों को तोड़ मरोड़ कर कहे गए शकुनि के तर्क को मानकर कृष्णा (द्रौपदी) को डाव पे लगा दिया और हार गए!
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