जाने आखिर शाश्त्रो में क्या है दहेज़ का महत्त्व, गैर क़ानूनी होने पर भी क्यों बेटी का बाप देता ही है?

"सहमति से भी दहेज़ लेना और देना दोनों ही गैर क़ानूनी है लेकिन फिर भी जबरन या सहमति से ये लिया और दिया जा रहा है भारत में, आखिर कैसे शुरू हुआ और क्या है इसके मायने?"

image sources : youtube

अब तो नगण्य है लेकिन आज जैसे बलात्कार की खबरे आ रही है कभी एक दौर था ऐसी ही खबरे दहेज़ प्रताड़ना और दहेज़ के लिए बहु को जलाने की आती थी. सरकार ने तब सख्त कानून बनाया और दहेज़ के मामले में तब बिना जांच तुरंत पति सास ससुर की गिरफ़्तारी का फरमान जारी कर दिया तब जाकर कम हुई ये दहशत.

दहेज़ लेना और देना दोनों ही आज भी गैरकानूनी है लेकिन अपने हर शादी ब्याह जे देखा होगा की ये बदस्तूर चल रहा है लेकिन अगर कोई शिकायत करवा दे तो पुलिस क़ानूनी कार्यवाही कर सकती है. ऐसे में अगर आप अपनी शादियों में वीडियो रिकॉर्डिंग करवा रहे है तो वो भी आपके खिलाफ एक सबूत ही है.

लेकिन आज भी क्योंक दहजे बदस्तूर जारी है भले ही मांग कर या जबरन नहीं लिया जाता हो लेकिन ये प्रथा आज भी चल रही है बिना रोक टोक. हालाँकि कई मामलो में दहेज ठुकरा देने के मामले भी सामने आ रहा है, लेकिन क्या आप जानते है आखिर दहेज़ से क्यों नहीं हो रहा है लड़की वालो का मोह भंग.

जाने शाश्त्रो में जुड़े है दहेज के तार...

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