22 साल की उम्र में विधवा हो गई थी मेनका, घर से निकाल दिया जब इंदिरा ने तो राजीव के खिलाफ...

"एक तौलिये के इश्तिहार में देख संयज इंम्प्रेस हो गए और एक परिचित के यंहा हुई मुलाकात में ही बात आगे बढ़ गई, शादी भी हुई लेकिन 6 साल बाद ही संजय गाँधी एक प्लेन...."

image sources : timesofindia

दिल्ली की एक सिक्ख परिवार में जन्मी मेनका के पिता सेना में अधिकारी थे उनकी माता एक ग्रहणी थी, अपने नाना ससुर के ही नाम पर बने विष्वविधालय JNU में जर्मन पढ़ी थी जो की एक विचित्र संयोग था. इंसान चाहता तो ये है की वो जो चाहे वो ही हो की लेकिन होता वो ही है जो ऊपर वाला चाहता है. 

ये कहानी है एक लड़की की जिसने जिंदगी में ऐसे उतार चढ़ाव देखे है जो व्यक्ति खुद नहीं कर सकता! क्या आप यकीन करेंगे की दिल्ली की सड़को की दीवारों पर मॉडलिंग के जमाने में किये गए ऐड से किसी को प्यार हो सकता है, आपको यकीं हो न हो लेकिन ऐसा हो चूका है!

ये तस्वीर है मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री मेनका गाँधी की को दिवंगत संजय गाँधी की विधवा और कांग्रेस परिवार की छोटी बहु है! हालाँकि संजय की मौत के बाद उन्होंने अपने नाते तोड़ लिए लेकिन है तो एक ही परिवार, आज ये मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री है लेकिन जवानी के दिनों में ये कॉलेज में ब्यूटी क्वीन हुआ करती थी!

जाने उनकी जिंदगी के उतार चढ़ाव....

Next Slide में पढ़ें : आखिर क्यों निकाल दिया था इंदिरा ने विधवा बहु को घर से....
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