image sources : youtube
गिनती के कुछ लोग एक मानसिक बीमारी से पीड़ित होते है जो की भूत प्रेतों की कहानियो से इतना डर जाते है की वो उसी दुनिया में जीने लगते है और वेहम करने लगते है. लेकिन ऐसे मामलो में शुमार इन लोगो में ऐसे लोगो की संख्या 1 प्रतिशत भी नहीं है जिनकी बिनाह पर वैज्ञानिक बाकियो को भी सच को न मानने का तर्क देते है.
जैसे सात्विकक ऊर्जा जिसमे हम विशवास करते है पूजा करते है वैसे ही नकारात्मक ऊर्जा भी होती है इसमें कोई शक नहीं है. बस मुद्दा ये ही है की वो हर किसी के सामने जाहिर नहीं होती है और जिनके होती है वो ही इनका खौफ्फ़ जानते है, लेकिन इनके बारे में जिनकी जिज्ञासा है उन्हें एक बार गरुड़ पुराण जरूर पढ़ना चाहिए.
जो लोग पुनर्जन्म को ही नहीं मानते है तो समझो वो इस सिद्धांत को नहीं समझ पाएंगे क्योंकि वो फिर नास्तिक हो जाते है. दुनिया के दो तिहाई लोग आस्तिक है मतलब सगुन भगवान् को मानते है. 25% ऐसे है जो भगवान् को तो मानते है लेकिन उनकी कल्पना को खारिज करते है.
जाने शाश्त्रो में छुपे और बताये वो रहस्य जो आपकी इस मामले में थ्योरी को ही पलट देंगे...
Next Slide में पढ़ें : कब करते है आक्रमण ढूंढते है छिद्र कैसे बचे इनसे....