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सेतु निर्माण से पहले भगवान् राम ने शिव जी की पूजा के लिए लिंग स्थापित करना चाहा तो जामवंत को भेजकर रावण को बुलवा लिया क्योंकि वो परकाण्ड पंडित था. रावण पुष्पक विमान में सीता जो को लेकर आया और उसने रामेश्वरम शिवलिंग की स्थापना करवा दी.
भले ही इसे कम्बन रामायण (तमिल) का नाम दिया गया हो अफवाहों में लेकिन क्या आपको ये बात सुनकर उलटी नहीं हो जायेगी. जिस रावण ने सीता का हरण कर लिया था और उसे रोज मारने की धमकी देता था राक्षसियो से प्रताड़ित करवाता था वो ही रावण सीता को राम जी के पास ले आया.
रावण के गुरु उसके पिता विश्रवा थे तो हनुमान जी के गुरु स्वयं सूर्य थे ऐसे में आप बताये की परकाण्ड पंडित हनुमान जी थे की दुष्ट रावण? कर्ण और रावण जैसे खलनायको का महिमा मंडन दक्षिण के सेक्युलर विद्वानों ने किया और हमारे नायको की छवि धूमिल की गई.
जाने सेतुनिर्माण की असली कथा जो की वर्णिन है शिव पुत्र वर्णित स्कन्द पुराण में...
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