Minor होने के चलते छूट जायेंगे कठुआ के कुछ अपराधी, जाने धर्म के अनुसार क्या होती है नाबालिक उम्र की सीमा?

"साल 2015 में निर्भया केस से सिख लेते हुए मोदी सरकार ने जघन्य अपराधों में नाबालिक उम्र सीमा 18 से घटाकर 16 कर दी थी. लेकिन कठुआ कांड में तीन आरोपी 15 साल के है "
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image sources: pardafash

उन्नाव और कठुआ गैंग रेप इस राष्ट्रिय राजनीती का मुद्दा बना हुआ है जम कर राजनीती भी हो रही है और इसी के चलते न्याय में पारदर्शिता भी नहीं हो रही है. उन्नाव कांड में CBI जाँच के बाद तेजी आई और आरोपी विधायक पकड़ा गया वंही कठुआ कांड में भी अब तक 8 आरोपी गिरफ्त में है. 

कठुआ में पहले पुलिस चार्ज शीट में सिर्फ एक ही नाबालिक आरोपी था और बात रफा दफा हो गई थी लेकिन बाद में उसमे धार्मिक रंग आ गया जिसके बाद मामले को राज्य सरकार ने SIT को सौंपा. इस टीम की जाँच में बेहद ही भयानक तस्वीर सामने आई जो की इंसानिया को शर्मसार करने वाली है.

8 साल की बच्ची के साथ साजिश के तहत निर्ममता भरा अपराध हुआ जिसे शब्दों में बयान करना कठिन है, लेकिन देश का कानून ऐसा है की इसमें भी कुछ आरोपी बच जायेंगे. इसके पीछे कोई राजनैतिक वजह नहीं बल्कि कारण है कुछ अपराधियो का नाबालिक होगा.

हालाँकि 2015 में नयी सरकार ने जघन्य अपराधों में अपराधियों की उम्र घटाकर 18 से 16 कर दी थी लेकिन इसबार के 3 आरोपी 15 साल के है... 

Next Slide में पढ़ें: हिन्दू धर्म के अनुसार अगर सजा हो तो नहीं बचेगा एक भी अपराधी जिन्दा....
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