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द्रौपदी (द्रुपद पुत्री) को अर्जुन ने स्वयंवर में जीता था लेकिन बड़े भाई (युधिस्ठर) के रहते अर्जुन विवाह नहीं कर सकता था साथ ही कुंती ने भी भिक्षा को आपस में बाँट लो कह दिया था ऐसे में व्यास जी की सम्मति से ही उनका विवाह हुआ था!
शास्त्रों के अनुसार अगर किसी औरत को पांच मर्द भोग ले तो वो वैश्या ही माने योग्य है लेकिन अगर वो पति सभी भाई है तो विशेष परिस्तिथियों में उनकी शादी हो सकती है 10 प्रचेता भी पहले ऐसा कर चुके है जिनके की पुत्र रामायण लिखने वाले वाल्मीकि जी हुए थे!
अपने स्वयंवर और राजसूय यज्ञ के आलावा द्रौपदी को किसी पक्षी ने भी नहीं देखा था, वो अलग बात है की जुए में उसके अपमान के बाद वनवास के दौरान उसे सभी नागरिको तक ने देख लिया था! अंधे का बेटा अँधा ये बात भीम ने कही थी न की द्रौपदी ने जो की टीवी सीरियल में दिखाया (गलत रूप से) गया था!
ऐसी द्रौपदी भरी सभा में नंगी किये जाने योग्य नहीं थी, इस अपराध के बाद भी युधिस्ठर ने निभाया अपना धर्म
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