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एक आध्यात्मिक सिद्धांत है की आज हम जिस दुःख से अत्यधिक परेशान है, कुछ दिनों बाद ही हमें याद भी नहीं रहेगा की हम कभी उस तकलीफ से गुजरे भी थे. सुख और दुःख सब किस्मत की बातें है इस जन्म में हमारे बस में कुछ नहीं है, कोई कर्म करते समय हम क्या भाव रखते है इसके आधार पर ही हमारे अगले जन्म का की तकदीर बनती है.
अगर यकीं नहीं तो इस शख्स की कहानी जानिए, कुछ महीनो पहले टीबी से मरी अपनी पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस का पैसे तक नहीं थे तो पत्नी की लाश को (मर गई है पता नहीं था) 10 किलोमीटर पैदल लेकर चला. उस समय तक़दीर से मीडिया में एम्बुलेंस के अभाव का मुद्दा गरम था और तो इस शक्श को भी TRP मिली.
उस मीडिया कवरेज से बन्दे की तक़दीर ही बदल गई और आज ये धरती पर ही स्वर्ग का अधिपति इंद्र बन गया है, आप सोच भी नहीं सकेंगे की ये वो ही शक्श क्या? आज बन्दा लखपति है उसके खाते में 3600000 रूपये जमा है, हालही में नया टू व्हीलर निकाला है जबकि उसे वो चलानी तक नहीं आती.
खुद का नया घर बन रहा है, बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ रहे है और शादी...
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