फिल्म जगत की पांच प्रेम कहानिया जिनका अंत इतना दुखद था की हर प्रेमी को अफ़सोस होगा....

"बॉलीवुड में प्यार एक स्टेटस भर है भले ही उसी प्यार के चलते उनका पेट भरता है लेकिन यंहा प्यार स्थायी नहीं है, लेकिन ये भी नहीं है की सब के लिए ही ऐसा ही था......"

image sources: naukarinama

वैसे तो बॉलीवुड ने भी भारत में लव, लव मैरिज, किस, महिला और पुरुष उभयलिंगी रिश्तो का प्रचार किया है लेकिन ये इस तरह की सभी बातें भारत की संस्कृति नहीं रही है. प्यार ही इन लोगो का एक तरह से पेशा है लेकिन खुद इनके निजी जीवन में प्यार की कदर नहीं है.

कुछेक उदाहरणों को छोड़ दे तो यंहा प्यार सिर्फ के टैग है जो अपने स्वार्थ के लिए फ़िल्मी हस्तिया प्रयोग करते है, उदहारण के लिए आमिर खान को ही लीजिये. जवानी के दिनों में वो कई लड़कियों को प्रोपोज़ कर चुके थे लेकिन जब किसीने रेस्पोंस नहीं दिया तो उनकी पहली पत्नी ने प्यार स्वीकार किया.

लेकिन कुछ सालो पहले उन्होंने उन्हें छोड़ दिया क्योंकि शायद वो उनके स्टेटस के अनुकूल अब नहीं रही! लेकिन कुछ ऐसी भी प्रेम कहानिया है जिन्होंने बॉलीवुड की लाज रही, लेकिन उनका अंत कुछ ऐसा हुआ जैसे किसी परवाने का शमा के पास जाने से होता है.

ऐसी पांच कहानियो में से पहली है नंदा और मनमोहन देसाई की...

Next Slide में पढ़ें: प्यार तो हुआ लेकिन एक्सप्रेस नहीं किया पर शादी के बाद....
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