जनेऊ (उपनयन) का मजाक तो खूब उड़ा लेकिन क्या आप जानते है आखिर जनेऊधारी के क्या है कर्तव्य???

"गुजरात चुनाव में जनेऊधारी ब्राह्मण #टैग पर खूब ट्रेंड हुआ था, गैर हिन्दू होने की बात क्या चली राहुल गाँधी की जनेऊधारी फोटोज वायरल होने लगी. लेकिन जनेऊ का मतलब.."

image sources: apnlive

गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 शायद इस साल का सबसे ज्यादा एंटरटेनिंग (मनोरंजनक) चुनाव था भले TRP के नजरिये से हो लेकिन माने न माने न्यूज़ भी अब मनोरंजन का साधन बनती जा रही है. TRP में ऊपर आती रैंक इस बात का सुबूत है की लोग अब खबरों से ही मनोरंजन कर रहे है और सोशल मीडिया पर भी खबरे ही ट्रेवल ज्यादा करती है.

#janeudhari  इस बार सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड किया था, गुजरात चुनाम में राहुल गाँधी के सोमनाथ मंदिर जाने पर वंहा विजिटर में उनका नाम लिखा जाने से ये शब्द प्रचलन में आया. गैर हिन्दू के मंदिर में जाने से उसे एक अलग डेरी में दस्तखत करने पड़ते है और वो ही दस्तखत वायरल हो गए थे.

ऐसे में कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से कई तस्वीरें पोस्ट की जिसमे राहुल गाँधी जनेऊ कपड़ो के ऊपर पहने हुए थे. साथ ही पार्टी ने दावा किया की वो मुस्लिम या ईसाई नहीं बल्कि जनेऊधारी ब्राह्मण है, इसके चलते जनेऊ का मजाक भी खूब उड़ा लेकिन क्या आपको मालूम है जनेऊ का क्या महत्व है.

जनेऊधारी को क्या क्या बातें ध्यान रखी पड़ती है उसे धारण करने से पहले कर बाद में??/

Next Slide में पढ़ें: पढ़ें जनेऊधारी के वो नियम कायदे जो खड़े करवा देगी कइयों के हाथ?
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