बड़े दहेज़ के चलते यूपी-बिहार में होते है सालाना हजारो "पकरुआ विवाह"(जबरन), फिर भी नहीं टूटती है शादिया....

"भले ही गैरकानूनी हो लेकिन यूपी बिहार में दहेज एक अभिशाप आज भी है, वंहा दूल्हों की बोलिया लगती है कई मेलो में! लेकिन गरीब जो अपनी बेटी का भविष्य देखते है और....."

image sources: newsnation

अच्छी पोस्ट पर नौकरी कर रहे इस इंजीनियर का अपहरण हुआ और फिर जबरन उसकी शादी एक अनजान लड़की से उनकी मर्जी और उसके घरवालों की जानकारी से हो गई. घटना का वीडियो भी बनाया गया जो की शादी के सबूत के तौर पर था लेकिन अब ये जुर्म का सबूत बन गया.

यूपी बिहार में ये एक आम विवाह परंपरा है लेकिन इसके पीछे की वजह इतनी भयावह है की आप सोच भी नहीं सकते है की ये भारत में होता है. स्वैच्छिक दहेज़ प्रथा हमारी सांस्कृतिक हिस्सा था लेकिन जब लोगो ने अपने बेटो की बोली लगाना शुरू कर दिया तो इसे प्रतिबंधित कर दिया गया.

लेकिन हमारे देश और लोकतंत्र की सबसे बड़ी विडंबना ही ये है की वोटबैंक के लिए प्रतिबंधित अपराधो को भी रोका नहीं जाता है और उसे फलने फूलने दिया जाता है. इसी के चलते वो गरीब जो दबंग (गुंडे) थे और अपनी बेटी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते थे ने शुरू किया "पकडुआ विवाह".

Next Slide में पढ़ें: अब तो "पकडुआ विवाह" करवाने वाले गैंग भी हो गए है सक्रिय, जाने त्रासदी
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