भविष्य पुराण : भगवान् राम की सेना के 7 वानर ही राम जी से वर प्राप्त कर हुए थे अंग्रेज (गरूण्ड) शासक, जाने

"आर्यव्रत (भारत) में जन्म होना शास्त्रों के हिसाब से एक बहुत बड़ी किस्मत के चलते ही है, उसमे इस्पे राज्य करपाना भी. जाने आखिर कौन थे अंग्रेज जिनोह्णे किया भारत..."

image sources: dailymail

इस धरती जो हुआ या जो हो रहा है वो होनहार ही था/है और होगा भी, जैसे मनुष्य के जन्म के समय उसकी किस्मत पहले से ही लिखी रहती है वैसे ही इस धरती पर इतिहास जो की बनता और बिगड़ता है वो भी पहले से ही तय होता है. इंसान के कर्म और धर्म (दया, अहिंसा, जप, तप और व्रत) का गिरता स्तर ही पतन का कारण बनता है.

इस युग (काली) में भारत में पहले राजशाही थी फिर विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत की वेदपरम्परा को भ्र्ष्ट किया था, अंत में मुघलो से मुक्ति दिलाई अंग्रेजो ने लेकिन उन्होंने भी भारत में 200 सालो तक राज किया था. आपको शायद सुनकर अचम्भा हो लेकिन मुग़ल हो या अंग्रेज इनका आना पहले से तय था.

वेदव्यास कृत भविष्य पुराण में अंग्रेजो को गुरंड बताया गया है जो की मल्लेछ थे और मुग़ल मल्लेछों से मुक्ति दिलाने वाले और अपने मल्लेछ धर्म को मानने वाले थे. लेकिन इन गुरंडो (अंग्रेजो) को भी भारत में राज्य का अधिकार ऐसे ही नहीं मिला था, तो आज जाने आखिर क्या कर्म किये थे अंग्रेजो ने जो भारत पर शासन का मिला अधिकार???

Next Slide में पढ़ें : आखिर रामसेना से क्या सम्बन्ध था अंग्रेजो का?
Previous 1 2 3 Next  

Share This Article:

facebook twitter google