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ये तस्वीर अलवर से आज ही सामने आई है जंहा हरयाणा के एक विशेष टपके के तस्कर 407 में भरकर गौवंश ले जा रहे थे, आम लोगो ने विरोध किया तो उनपे पत्थरबाजी हुई. जब लोगो ने पुलिस को सुचना दी तो पुलिस पर तस्करो ने फायरिंग कर दी, ऐसे में पुलिस की जवाबी कार्यवाही में 1 तस्कर मारा गया.
5-7 तस्कर बंदूकों के साथ आये थे ये पहला मौका नहीं है ये तो अब आदत सी बन गई है, हालही में एक उम्र नाम के तस्कर को कथित गौ रक्षको ने मारा था. गाय जैसे पवित्र प्राणी को मारने वालें पाप के भागी होंगे लेकिन उन्हें बचना हर भारतीय का कर्तव्य है.
गाय का महत्त्व कितना है ये इस कथा प्रसंग से जाने जंहा मजबूरी में पारवती जी ने जब अपने पति शिव को ही दान कर दिया था तो उनके बदले में गाये देकर ही उन्हें वापस प्राप्त किया था. साथ ही च्यवन ऋषि भी जब मछुवारे के जाल में फंसे थे तो राजा ययाति ने भी कुछ ऐसा ही किया था. जाने कथा प्रसंग...
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