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महाभारत ग्रन्थ जिन्होंने पढ़ा है और जिन्होंने अध्ययन किया है उन्होंने इस आर्टिकल पर शायद क्लिक भी न किया हो क्योंकि उन्हें तो कंठस्त हो गया है सभी योद्धाओ का चरित्र. लेकिन जिन लोगो ने सिर्फ टीवी पर ही देख कर इस गूढ़ कथा को पूरी जान लेने की तसल्ली कर ली है उनके लिए ये ज्ञान का भण्डार है.
हिंदुस्तान के इतिहास (आध्यात्मिक इतिहास, अध्यात्म का मतलब मनुष्य का भूतकाल) में पांच तरह के योद्धाओ के स्तर बताये है जो की पांच तरह के है. रथी, अतिरथी, महारथी, अतिमहारथी और महामहारथी. रथी एक समय में एक साथ 5000 योद्धाओ का सामना कर सकता था महारथी 12 रथियो का या 60000 योद्धाओ का.
ऐसे ही महारथी 12 अतिरथियो या 720000 योद्धाओ का सामना करने में सक्षम था जो की उनके युद्ध कौशल और उसके पास मौजूद दिव्यास्त्रों से तय होता था. दो और भी स्तर है लेकिन महाभारत में उनमे से कोई शामिल नहीं है, जब दुर्योधन ने अपनी और पांडव सेना में ऐसे रथियो, अतिरथियो और महारथियों के बारे में पूछा तो भीष्म ने दिया था जवाब.
लेकिन आप ये जान कर चौंक जायेंगे की कर्ण का उसमे नाम भी नहीं था, जाने फिर कर्ण था किस स्तर में...???
Next Slide में पढ़ें: जाने कर्ण क्यों नहीं था शामिल इस सूचि में, कौन से योद्धा से किस स्तर के?