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एक समय था जब लड़के लड़की को घर से भागकर ही शादी करनी पड़ती थी उसमे भी अगर पकड़े गए तो जान का भी खतरा था लेकिन अब प्रेम विवाह की हवा बिन रोक टोक चल रही है और माता पिता भी इसे स्वीकार रहे है. सवाल ये उठता है की ऐसा क्या बदला की प्रेम विवाह में आसानी होने लगी है?
दरअसल सरकार की नीतियों और कानूनों के चलते ही प्रेम विवाह सामान्य हो गए है, क्योंकि आजादी के बाद से ही देश की सरकार ने विदेशी संस्कृति को अपनाने और अपनी संस्कृति को छोड़ने की वकालत की थी. खुद देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू जी की बेटी इंदिरा गाँधी ने प्रेम विवाह कर लिया था जिसके चलते गुस्सा गए थे वो.
हिन्दू धर्म में बाल विवाह को गैरकानूनी घोषित करना और दंडनीय अपराध बनाना, बालिग होने पर अपनी मर्जी से शादी को क़ानूनी बनाना और लड़कियों को ज्यादा आजादी देने से आज लव मैरिज को मानना भारतीय समाज की मजबूरी बन गई. लेकिन आज जो संताने लव मैरिज कर रही है उन्हें शिव पारवती के विवाह की कथा जरूर पढ़नी चाहिए.
आज आत्मा का प्रेम दुनिया में एक्सिस्ट नहीं करता है सिर्फ शरीरो और इच्छाओ का प्रेम भर रहा है, इसलिए जरूर पढ़े ये शिव पार्वती विवाह की कथा...
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